Mukhyamantri Gau Mata Poshan Yojana – मुख्यमंत्री गौ माता पोषण योजना 2022-23 के बजट में गुजरात सरकार द्वारा शुरू की गई एक योजना है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में गायों को सुरक्षा और सहायता प्रदान करना है। सरकार मौजूदा गौशालाओं, पंजरापोल और गौशालाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करेगी जो अपनी गायों और गाय माता की देखभाल करते हैं। सरकार पशुपालकों और किसानों को डेयरी फार्म और पशु इकाइयां स्थापित करने में भी मदद करेगी। यह योजना आवारा जानवरों की सुरक्षा भी सुनिश्चित करेगी और उन्हें पशु चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेगी। सरकार ने इस योजना के लिए लगभग 500 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।
योजना का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य गुजरात की गौ माता और गोवंश को सुरक्षा प्रदान करना है। क्योंकि कुछ समय से लोगों में गायों को पालने की अभिरुचि कम हो गई है। जिसके कारण गाय काफी संख्या में आवारा की तरह सड़कों पर घूमती हुई नजर आती है। सड़कों पर घूमने के कारण उन्हें सही खान-पीन नहीं मिल पाता है जिससे उनका मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य बिगड़ जाता है और फिर वह आम जनता को परेशान करती है।
मुख्यमंत्री गौमाता पोषण योजना के माध्यम से विशेष तौर पर आवारा गौ माता और गोवंश का रखरखाव करने वाली गौशालाओं और पांजरापोल को आर्थिक सहायता दी जाएगी। इस योजना के माध्यम से सड़कों पर घूमने वाली आवारा गायों को संरक्षण और सुरक्षा मिलेगी और साथ ही आम जनता भी आवारा गायों के कारण होने वाले नुकसान से बचेंगे।
Scheme Name | Mukhyamantri Gau Mata Poshan Yojana |
Date of Announcement | During the financial budget of 2022-23 |
Related Department | Animal Husbandry Department |
State | Gujarat |
Allocated Budget | 500 crore rupees |
Beneficiaries | Awaara Gau Mata/Cattle and Gaushala/Panjarapols in Gujarat |
Objective | Provide financial assistance for the construction of Gaushalas to ensure the safety of cows. |
Year | 2023 |
Official Website | To be launched soon. |
योजना के लाभ
इस योजना से निम्नलिखित लाभ होंगे:
- आवारा गायों और गोवंश को संरक्षण और सुरक्षा मिलेगी।
- गायों के स्वास्थ्य में सुधार होगा।
- आम जनता को आवारा गायों के कारण होने वाले नुकसान से बचाव होगा।
- बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा।
योजना की प्रमुख विशेषताएं
- योजना के तहत, गौशालाओं और पांजरापोल को प्रतिदिन 30 रुपये प्रति गाय की सहायता प्रदान की जाती है।
- योजना का उद्देश्य आवारा गायों की संख्या को कम करना और उनकी सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करना है।
- योजना के तहत, गौशालाओं और पांजरापोल को स्वास्थ्य सेवाओं और अन्य सुविधाओं के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाती है।
योजना के लिए पात्रता
- योजना के लिए आवेदन करने वाली गौशाला या पांजरापोल को पंजीकृत होना चाहिए।
- गौशाला या पांजरापोल में कम से कम 100 गाय होनी चाहिए।
- गौशाला या पांजरापोल में गायों के लिए आवश्यक बुनियादी सुविधाएं होनी चाहिए।
Mukhyamantri Gau Mata Poshan Yojana के लिए पात्रता मानदंड हैं:
- गौ रक्षा संगठन जो गौशाला या पंजरापोल चलाते हैं या शुरू करना चाहते हैं।
- जो लोग गौशाला चलाते हैं या शुरू करना चाहते हैं।
- पशु मालिक और किसान जो डेयरी फार्म या पशु इकाइयां स्थापित करना चाहते हैं।
- जो लोग आवारा पशुओं को गोद लेना चाहते हैं।
Mukhyamantri Gau Mata Poshan Yojana के लिए आवश्यक दस्तावेज हैं:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- बैंक खाते का विवरण
- भूमि स्वामित्व या पट्टा समझौते का प्रमाण
- परियोजना रिपोर्ट या प्रस्ताव
- स्थानीय प्राधिकरण या पशु कल्याण बोर्ड से प्रमाण पत्र
मुख्यमंत्री गौमाता पोषण योजना का प्रभाव
इस योजना का गुजरात में गौ संरक्षण और कल्याण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। योजना से आवारा गायों की संख्या में कमी आएगी और गौ माता और गोवंश को दुर्घटना, बीमारी और शारीरिक कष्ट से बचाया जा सकेगा। इसके अतिरिक्त, योजना से गौशालाओं और पांजरापोल के लिए आर्थिक सहायता मिलेगी और गौशालाओं में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा।
इस योजना के लिए आवेदन करने के लिए, किसी को गुजरात सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा और आवश्यक विवरण और दस्तावेजों के साथ ऑनलाइन आवेदन पत्र भरना होगा। वैकल्पिक रूप से, कोई अधिक जानकारी और मार्गदर्शन के लिए निकटतम पशुपालन विभाग या जिला कलेक्टर कार्यालय से भी संपर्क कर सकता है।